ज़ोहो के मुख्य वैज्ञानिक और सह-संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ से सहमति जताते हुए कहा कि अमेरिकी शेयर बाज़ार एक विशाल आर्थिक बुलबुले में फंसा हुआ है।
गोपीनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वेम्बु ने अपने X अकाउंट पर लिखा, “मैं डॉ. गीता गोपीनाथ से सहमत हूं। अमेरिकी शेयर बाज़ार स्पष्ट रूप से एक बड़े बुलबुले में है।”
उन्होंने आगे कहा, “सिस्टम में मौजूद लीवरेज (ऋण-आधारित निवेश) की मात्रा यह संकेत देती है कि 2008–09 जैसी वैश्विक वित्तीय संकट जैसी प्रणालीगत घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।”
वेम्बु ने कहा, “सोना भी एक बड़ी चेतावनी का संकेत दे रहा है। मैं सोने को निवेश के रूप में नहीं, बल्कि प्रणालीगत वित्तीय जोखिम के खिलाफ बीमा के रूप में देखता हूं। आखिरकार, वित्त का आधार विश्वास होता है — और जब ऋण का स्तर इतना अधिक हो जाता है, तो विश्वास टूट जाता है।”
अंत में वेम्बु ने व्यंग्यात्मक अंदाज़ में कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि एआई सिस्टम में मौजूद सारा कर्ज़ चुकाने के लिए कड़ी मेहनत करेगा।”


