नई दिल्ली, 25 जून 2025 — आज भारत के सोने और चांदी के बाजार में फिर से गिरावट देखने को मिली है। सोने के दामों में ₹112 की कमी आई है जबकि चांदी ₹317 सस्ती हो गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट सोना अब ₹97,151 प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिक रहा है। इससे पहले यह ₹97,263 पर था। इसी तरह चांदी की कीमत ₹1,05,650 प्रति किलोग्राम पर आ गई है, जो कि बीते दिन ₹1,05,967 पर थी।
पिछले हफ्ते बना था ऑल टाइम हाई
18 जून 2025 को सोने और चांदी दोनों ने अपने अब तक के उच्चतम स्तर को छुआ था। उस दिन 24 कैरेट सोना ₹99,454 प्रति 10 ग्राम तक गया था, जबकि चांदी ने ₹1,09,550 प्रति किलोग्राम का रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद से लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। वैश्विक बाजारों में ब्याज दरों और जियोपॉलिटिकल तनावों के चलते निवेशकों का रुख सुरक्षित निवेश यानी गोल्ड और सिल्वर की ओर बना हुआ है।
देश के प्रमुख शहरों में आज के ताजा सोने के दाम
शहर | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
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दिल्ली | ₹99,100 | ₹90,850 |
मुंबई | ₹98,950 | ₹91,550 |
कोलकाता | ₹98,950 | ₹90,700 |
चेन्नई | ₹98,950 | ₹90,700 |
भोपाल | ₹99,000 | ₹90,750 |
नोट: यह सभी दरें टैक्स और मेकिंग चार्ज को छोड़कर हैं। स्थानीय ज्वैलर्स द्वारा थोड़ी भिन्नता हो सकती है।
अब तक कितना बढ़ा है सोना इस साल?
2025 की शुरुआत यानी 1 जनवरी को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹76,162 प्रति 10 ग्राम थी। आज यानी 25 जून को यह ₹97,151 पर पहुंच चुकी है। यानी इस साल अब तक सोने की कीमतों में कुल ₹20,989 की वृद्धि दर्ज की गई है।
इसी तरह चांदी की कीमत जनवरी में ₹86,017 प्रति किलोग्राम थी, जो अब ₹1,05,650 हो चुकी है। यानी चांदी ₹19,633 महंगी हो चुकी है।
साल 2024 में सोना ₹12,810 और चांदी ₹9,600 महंगी हुई थी, जबकि 2025 में यह बढ़त अब तक कहीं ज्यादा रही है।
क्यों हो रही है इतनी तेजी?
🔸 अंतरराष्ट्रीय कारण:
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अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका
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डॉलर इंडेक्स में कमजोरी
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फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में स्थिरता
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ईरान-इजराइल तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे जियोपॉलिटिकल संकट
🔸 घरेलू कारण:
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भारतीय निवेशकों का रुझान गोल्ड में सुरक्षित निवेश की ओर
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त्योहारी और शादी सीजन की मांग
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रुपये की गिरावट से इंपोर्ट महंगा
क्या सोना ₹1 लाख के पार जा सकता है?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, जियोपॉलिटिकल तनावों और बढ़ती मांग के कारण गोल्ड को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। उनका अनुमान है कि 2025 के अंत तक 24 कैरेट सोना ₹1,03,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं, चांदी में भी ₹1,30,000 प्रति किलोग्राम तक की तेजी देखने को मिल सकती है।
चांदी की कीमतों पर क्या रहेगा असर?
चांदी की कीमतों में बढ़त के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि इसका उपयोग केवल आभूषणों में नहीं बल्कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में भी बड़े पैमाने पर होता है — जैसे सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैटरी आदि में। टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बढ़ते उपयोग से चांदी की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
सस्ता या महंगा – क्या करें निवेश?
अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो मौजूदा समय में थोड़ी गिरावट के बाद खरीददारी करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में सोने-चांदी की कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है।
निवेश के लिए विकल्प:
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गोल्ड ETF
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)
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डिजिटल गोल्ड
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फिजिकल गोल्ड (ज्वैलरी, सिक्के, बिस्किट)
खरीदारी से पहले जरूर देखें BIS हॉलमार्क
जब भी आप फिजिकल गोल्ड खरीदें, तो यह सुनिश्चित करें कि वह BIS (Bureau of Indian Standards) द्वारा हॉलमार्क किया गया हो। अब सरकार ने 6 अंकों वाला HUID (Hallmark Unique Identification Number) अनिवार्य कर दिया है।
HUID को ऐसे पहचानें:
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यह एक अल्फान्यूमेरिक कोड होता है (जैसे – AZ4524)
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इससे सोने की शुद्धता, कैरेट और पंजीकृत ज्वैलर की पहचान होती है
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यह कोड सिर्फ BIS से प्रमाणित संस्थानों को ही जारी किया जाता है
नकली सोने से बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि हमेशा BIS हॉलमार्क देखकर ही खरीददारी करें।