नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और आयात टैरिफ की समय-सीमा नजदीक आने के चलते एक बार फिर से सोना-चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखा जा रहा है। बुधवार, 23 जुलाई 2025 को देशभर में सोने और चांदी के रेट्स में बड़ी तेजी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों में जहां 24 कैरेट गोल्ड के रेट में 1140 रुपये की बढ़त देखी गई, वहीं चांदी के भाव में 2000 रुपये प्रति किलो की वृद्धि दर्ज हुई है।
आज के ताजा रेट्स (23 जुलाई 2025)
सोना (Gold Price Today):
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दिल्ली (24 कैरेट): ₹1,01,450 प्रति 10 ग्राम
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दिल्ली (22 कैरेट): ₹93,010 प्रति 10 ग्राम
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दिल्ली (18 कैरेट): ₹76,100 प्रति 10 ग्राम
अन्य प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव:
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मुंबई: ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम
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चेन्नई: ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम
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कोलकाता: ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम
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बेंगलुरु: ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम
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हैदराबाद: ₹1,01,300 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट गोल्ड:
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मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद में – ₹92,860 प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट गोल्ड:
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उपरोक्त सभी शहरों में – ₹75,890 प्रति 10 ग्राम
चांदी (Silver Price Today):
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आज का भाव (23 जुलाई 2025): ₹1,18,100 प्रति किलो
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बीते दिन (22 जुलाई 2025): ₹1,15,900 प्रति किलो
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इजाफा: ₹2,200 प्रति किलो
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
पिछले कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिका-चीन ट्रेड वार की अटकलें, डॉलर में कमजोरी और आयात शुल्क (Import Tariff) में संभावित बदलावों ने कीमती धातुओं की मांग को मजबूती दी है। इससे निवेशक शेयर बाजार से दूरी बनाकर सेफ हैवेन यानी सोने-चांदी की तरफ रुख कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, टैरिफ की समय-सीमा नजदीक आने से पहले ट्रेडर्स अधिक मात्रा में सोना स्टॉक कर रहे हैं, जिससे कीमतें तेजी से ऊपर जा रही हैं। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक मंदी की आंशका भी निवेशकों को सोने की ओर खींच रही है।
कैसे तय होता है सोने-चांदी का रेट?
सोने और चांदी की कीमतें रोजाना निर्धारित होती हैं और इनमें कई फैक्टर शामिल होते हैं:
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अंतरराष्ट्रीय मार्केट का प्रदर्शन
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डॉलर की विनिमय दर
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सीमा शुल्क (Import Duty)
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क्रूड ऑयल की कीमतें
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बाजार में मांग और आपूर्ति
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सेंट्रल बैंक्स की खरीद
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भारतीय बाजार में फेस्टिव सीजन
इन सभी फैक्टर्स का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है।
भारत में सोना क्यों है महत्वपूर्ण?
भारत में सोने का केवल निवेश के तौर पर नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और पारिवारिक महत्व भी है। खासतौर पर:
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शादी-ब्याह में सोना खरीदना शुभ माना जाता है
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पर्व-त्योहारों जैसे अक्षय तृतीया, धनतेरस, दीपावली पर सोने की खरीद परंपरा है
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ग्रामीण क्षेत्रों में सोना ‘आर्थिक सुरक्षा’ का प्रतीक है
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बैंक लोन के लिए भी गोल्ड मॉर्गेज आम तरीका है
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महंगाई के खिलाफ ये एक बेहतर बचाव मानी जाती है
निवेश के लिए सही समय?
अर्थशास्त्रियों की मानें तो जो निवेशक लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए यह वक्त उपयुक्त है। हालांकि, मौजूदा तेजी के चलते शॉर्ट टर्म में थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग की संभावना बनी रह सकती है।
क्या आगे और बढ़ेंगे दाम?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर आयात टैरिफ में बदलाव की घोषणा होती है, या डॉलर और अंतरराष्ट्रीय बाजार में और गिरावट आती है तो सोना ₹1,02,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है और चांदी ₹1,20,000 प्रति किलो के पार निकल सकती है।