बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार को कुल 51 माओवादियों , जिन पर कुल 66 लाख रुपये का इनाम था, ने हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया।
ये आत्मसमर्पण “पुन: मार्गमें – पुनर्वास से पुनरुत्थान तक” अभियान के तहत हुआ।
आत्मसमर्पण करने वालों में पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन संख्या 01 और 05, कंपनी संख्या 01, 02 और 05 के सदस्य, क्षेत्र समिति के सदस्य, एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ते) के सदस्य, मिलिशिया प्लाटून कमांडर और आरपीसी-जनता सरकार, डीकेएमएस और सीएनएम के सदस्य शामिल हैं।
जनवरी 2024 से अब तक बीजापुर में कुल 650 माओवादी मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं, 196 माओवादी मुठभेड़ों में मारे गए और 986 अन्य गिरफ्तार किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साईं ने अपने ‘X’ हैंडल पर कहा, “यह कदम साबित करता है कि बस्तर अब शांति और विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है, भय और हिंसा के अंधकार को मिटा रहा है। सरकार की संवेदनशील नीतियां और मानवीय दृष्टिकोण यह साबित करते हैं कि संवाद इस समस्या का स्थायी समाधान है।”
उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति 2025 और नियाड नेल्ला नार योजना ने माओवादी हिंसक विचारधारा में लगे युवाओं में नई आत्मविश्वास पैदा किया है। हिंसा का रास्ता छोड़कर वे अब मुख्यधारा में लौट रहे हैं।”


